Thursday, August 9, 2018

PR Consulting agencies & Top PR Agencies - Political pr india


जनमानस के सही हाव भाव को समझने के लिए राजनितिक कुशलता से साथ साथ एक अच्छा management भी बहुत जरुरी होता है। राजनेता तब तक सही बात का आकलन नहीं कर पाते है जब तक उनके सामने जन भावनाओ की पूरी सच्चाई 100 % सही तरीके से रखी जाये। आज की राजनीति का दौर कुछ अलग मोड़ पर अपनी कहानी बयांन कर रहा है, आज आधुनिकता का दौर है,जनता पहले से ज्यादा सजग होती जा रही है, तो वही अवसरवादी छुटवइये नेता और चाटुकारिता में माहिर बातो में चतुर व्यक्ति नेताओ को हकीकत की दुनिया से कही अलग ख्वाबो की दुनिया का वो पैगाम सुनाते है जो सुनने में कानो को अच्छा लगता है पर हकीकत की दुनिया से जुदा होता है। फिर ऐसे में राजनितिक कुशलता को अच्छी तरह से समझने के बावजूद गलत आकड़ो में फस कर पार्टी और आला नेता अपनी राजनितिक पृष्टभूमि का बड़ा नुक्सान करते है। तभी तो बड़े बड़े कवी और जानकार एक ही बात कह गए है
"निंदक नियरे रखिये".......


आज social media के दौर में राजनीति का प्रारूप भी बहुत तेज़ी से बदल रहा है हर दरवाज़े पर अपनी बात को पहुंचाने के लिए अब नेता गलियों की धूल फाकने के साथ साथ key board और mouse का खुल कर सहारा ले रहे है,आज के दौर के नेता अब आम जनमानस से सीधे रूबरू हो कर अन्य माध्यमों का सहारा ज्यादा ले रहे है। तभी तो उन्हें जनभावनाओं को समझने के लिए सहयोगियो का सहारा लेना पड़ रहा है। इसके फायदे है तो कई नुक्सान भी है।
फायदे
वक़्त की बचत के लिए आज के दौर के आधुनिक तरीके अपनाना बिलकुल लाजमी है।
बदलते दौर में वक़्त के साथ साथ बदलना भी बहुत जरुरी है।
और आधुनिक दुनिया में आज लोगो के पास वक़्त की सबसे ज्यादा कमी है, हर वर्ग और हर उम्र के लोग आज के दौर में किसी किसी networking side सीधे जुड़े हुए है इस लिए एक बड़े जनमानस तक अपनी बात को पहुंचने का ये सबसे सुलभ तरीका होता जा रहा है।
media, social media और public relation के माध्यम से आज के नेता कम समय में अधिक से अधिक जनमानस तक अपनी बात को, कम खर्च में पंहुचा सकते है।
ये तो हुई फायदों की बात लेकिन इस दौर की राजनीति में कई नुक्सान भी देखे जा सकते है। ये वो नुक्सान है जो कुछ के लोभियो के खास मंशा के कारण पार्टी और नेताओ को भुगतने पड़ते है।
नुक्सान
सबसे अहम् नुक्सान नेता को इस लिए होता है क्योकि जब वो सीधे सीधे जनता से संवाद नहीं कर पाते तो जनमानस के मन की सही बात पता नहीं चल पती है।
जनमानस के रुख की सही जानकारी होने की वजह से और लोभियो की गलत फीडिंग की वजह से आज के नेता कही कही हकीकत से थोड़ा दूर निकल जाते है। जिसका खामियाज़ा उन्हें चुनावी समर में भुगतना पड़ता है।
pr यानि public relation इसी लिए आज के दौर में हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े राजनेताओ की जरुरत बनता जा रहा है क्योकि ये बिना किसी लॉक लपेट के सही जानकारी जनप्रतिनिधि तक पंहुचा देता है जिससे समय पर कुछ राजनीतिक और सजग फैसलों से चुनावी परिणामो को समय रहते ही दुरुस्त किया जा सकता है।
Sarvesh shukla PR & Advertising (SSPR) ही क्यों ?
सबके ज़हन में ये सवाल कई बार उठते है कि कौन सी PR कंपनी को अपने political PR management का काम सौपा जाये। इन सवालो का हर बार एक ही जवाब मिलता है Sarvesh shukla PR & Advertising यानि SSPR इसके कारण भी है। पहला और अहम् कारण ये हैं कि Sarvesh shukla PR & Advertising (SSPR)कम्पनी एक राजनितिक पृष्टभूमि के पत्रकार sarvesh shukla के द्वारा चलाई जा रही है ये अपनी सेवाये कई नामी ग्रामी media संस्थानों को पहले दे चुके है। sarvesh जी अपने तीखे सवालो के लिए जाने जाते है और साक्षत्कार में कई नेताओ को अपनी इस अदा से परेशांन भी कर चुके है। यही कारण है कि उनके राजनीतक समझ और सामाजिक रिसर्च से एक वक़्त पर वो अपने संस्थान को तो लाभ देते रहे है और साथ ही साथ सीधी बात बता कर नेताओ को भी सही जानकारी देते रहे है। SSPR खाली pr के एक ढर्रे पर केवल काम नहीं करती है ये कम्पनी नेताओ की साफ़ छविनिर्माण के लिए एक साथ कई तरीको पर एक साथ काम शुरू करती है उदाहरण के तौर पर देखे तो कंपनी social media,political image research,Research for bast topic in election fight at particular area और all type of media management पर एक साथ काम कर के नेताओ को अच्छी से अच्छी सुविधा दे कर कम समय में best result निकलना ही Sarvesh shukla PR & Advertising (SSPR) मुख्य लक्ष्य है।
इसी लिए SSPR आज के दौर के नेताओ की सबसे बड़ी ज़रूरत बनती जा रही है।

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